Biology Cells”कोशिका विज्ञान किससे बना है1″[ मानव शरीर में कोशिका कहां पाई जाती है ?]

सन् 1839 . में पुरकिंजे (Purkenje) के नाम पर जीवद्रव्य का नामकरण करा गया। किसी भी जीव या जंतुओं में कोशिकाओं (Biology Cells) का मुख्य कार्य होता है, हमारा शरीर छोटी-छोटी कोशिकाओं से मिलकर बना होता है और उन कोशिकाओं के अंदर छोटी -छोटी क्रियात्मक क्रियाएं होती हैं जो एक जीवित द्रव्य के अंदर कार्य करती हैं जिनको हम जीवद्रव्य (Protoplasm) बोलते हैं।
जीव द्रव्य (Protoplasm) को जीवन का भौतिक आधार माना जाता है क्योंकि यह एक तरल गाढा रंगहीन, लसलसा, पारभासी वजन युक्त पदार्थ है जो जीवो की सारी जैविक क्रियाओं को चलाता है, यह जीवो मे जीवन की प्रथम सीडी है।

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प्रकृति में मुख्य रूप से जीवद्रव्य को दो भागों में बांटा गया है जो निम्नलिखित है..

. कोशिका द्रव्य (Cytoplasm)
. केंद्रक द्रव्य (Nucleoplasm)

1.कोशिका द्रव्य

कोशिका द्रव्य यह कोशिकाओं के केंद्र तथा कोशिका के झिल्ली के बीच में स्थित होता है। इसका मुख्य कार्य कोशिका के अंदर केंद्रक की सुरक्षा करना होता है उन्हें बाह्य आघातों से बचाता है और किसी प्रकार की क्षति होने पर उसके पुन:निर्माण की प्रक्रिया को बनाने का काम भी कोशिका द्रव्य का होता है।

2.केन्द्रक द्रव्य

कोशिका द्रव्य यह कोशिका में कोशिका केंद्र(Biology Cells) के अंदर उपस्थित होता है। कोशिका के केंद्र की सुरक्षा का दायित्व केन्द्रक द्रव्य का होता है।

पादपों एवं जीवधारीयो में कोशिका की सुरक्षा और उसके ऊर्जा संचार के लिए कोशिका द्रव्य का होना अति आवश्यक है।

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किसी भी जीवधारी या पादपो में जीव द्रव्य का 99% भाग निम्न चार तत्वों से मिलकर बना होता है__

*ऑक्सीजन {76℅}
*कार्बन {10.5℅}
*हाइड्रोजन {10℅}
*नाइट्रोजन {2.5}

कोशिका विज्ञान (Biology Cells)

कोशिका पादपों या जंतुओं में जीवन की सबसे छोटी से छोटी, क्रियात्मक एवं संरचनात्मक इकाई है जिसको जीवन का आधार माना जाता है इसी के द्वारा जीवन की उत्पत्ति की शुरुआत हुई है,जिसको हम कोशिका (cell) कहते है।और यह पुरी प्रक्रिया कोशिका विज्ञान (Biology Cells) कहलाती हैं।

कोशिका को निम्न चरण में वर्गीकृत किया गया है…

  • >कोशिका विज्ञान (Biology Cells) के अध्ययन को साइटोलॉजी (Cytology) कहा जाता है।
  • >सन् 1665 ई. में सर्वप्रथम अंग्रेज वैज्ञानिक रॉबर्ट हुक ने कोशिका शब्द का प्रयोग किया था।
  • >जिसमें अध्ययनों में पाया गया कि कोशिकाओं मे  सबसे छोटी कोशिका जीवाणु माइक्रोप्लाज्म गैलिसेप्टिकमा (Mycoplasm Gallisepticuma) की है|
  • >अध्ययन में पाया गया कि जीवधारीयो में सबसे लम्बी कोशिका, तंत्रिका-तंत्र की कोशिका है।
  • > इसमें यदि बात करे सबसे बड़ी अर्थांत लम्बी कोशिका की तो शुतुरमुर्ग के अंडे (Ostrich Egg) की कोशिका है।
  • > 1838-39 ई. में कोशिका सिद्धांत का प्रतिपादन स्लाइडेन और स्वान ने किया था।

इस सिद्धांत के अनुसार कोशिकाओं में कुछ मुख्य बातों पर ध्यान दिया गया।

1. इस संसार में जितने भी जीव हैं उनकी उत्पत्ति कोशिकाओं (Singal cell) द्वारा होती है।

2. सभी कोशिका एक स्वाधीन इकाई है फलस्वरुप ये सभी कोशिकाएं मिलकर काम करती हैं जिस कारण एक जीव का समपुर्ण निर्माण पूरी तरह हो पता है।

3.बहुत से जीव एक कोशिकाय और बहुत से जीव बहू कोशिकाओं वाले होते हैं।

4. किसी भी जीव का निर्माण उसमें उपस्थित कोशिका (cells) से होता है और उन कोशिकाओं का मुख्य अभिकर्ता (Creator) केंद्रक है।

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कोशिका के प्रकार

मुख्य रूप से कोशिका दो प्रकार की होती हैं

प्रोकैरियोटिक कोशिका (Procaryotic cells)

यूकार्योटिक कोशिका (Euocaryotic)

1.प्रोकैरियोटिक कोशिका
प्रोकैरियोटिक कोशिका एक ऐसी कोशिका जिनके अंदर हिस्टोन प्रोटीन नहीं होता है जिस कारण इनमें किसी भी प्रकार का क्रोमेटं नहीं बन पाता केवल इसके भीतर डीएनए का सूत्र ही गुणसूत्र के रूप में उपस्थित होता है और अन्य कोई आवरण इसे गिरा भी नहीं रहता अतः केंद्र नाम कि कोई विकसित कोशिकांग में नहीं होता है। अध्ययनों के अनुसार प्रत्येक जीवाणु एवं नील हरित सवालों में इसी प्रकार की कोशिकाएं मिलती हैं वह इन्हीं कोशिकाओं से मिलकर बनी होते हैं।

2. यूकैरियोटिक कोशिका
यूकार्योटिक कोशिका इस प्रकार की कोशिकाओं की विशेषता होती है कि इसमें पाए जाने वाली कोशिकाओं में दूरी जिले के आवरण उपस्थित होते हैं इसमें केंद्रक आवरण से गिरा स स्पष्ट केंद्रक आपको दिखाई दिया जा सकता है जिसमें डीएनए और हिस्टोन प्रोटीन मिलकर एक होने की कारण क्रोमेटं तथा इसके अलावा केंद्रक से बने होते हैं यह सभी चीज एक साथ एक न्यूक्लियस कोशिका के अंदर उपस्थित होते हैं जिनका कार्य ऊर्जा को ग्रहण करना और उसे ऊर्जा को पूरे शरीर में संचारित करना होता है यह कार्य सभी जीवो में समान रूप से होता है।

Note:- हिस्टोन _ जीव विज्ञान की भाषा में, हिस्टोन अत्यधिक महत्वपूर्ण बुनियादी प्रोटीन हैं जो लाइसिन और आर्जिनिन मे अवशेषों की प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।

यूकार्योटिक और प्रोकैरियोटिक कोशिकाओं में मुख्य अंतर। 

  • विशेषता/अंगक

कोशिका भिति

प्रोकैरियोटिक सेल में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट की बनी होती है वही यूकैरियोटिक सेल में यह सैलूलोज की बनी होती है।

माइक्रोकॉड्रिया एवं एंडोप्लास्मिक रेटिकुलम

प्रोकैरियोटिक सेल में यह अनुपस्थित होता है और यूकैरियोटिक सेल में है उपस्थित होता है।

राइबोसोम

प्रोकैरियोटिक सेल मे यह 70s प्रकार के होते है। वही यूकैरियोटिक सेल मे यह 80s प्रकार के होते है।

गॉलजीकॉय

प्रोकैरियोटिक सेल में अनुपस्थित यूकैरियोटिक सेल में उपस्थित होता है।

केंद्रक् झिल्ली

केंद्रक् झिल्ली में प्रोकैरियोटिक सेल अनुपस्थित और यूकैरियोटिक सेल उपस्थित होता है।

लाईसोसोम

इसमें प्रोकैरियोटिक सेल अनुपस्थित और यूकैरियोटिक सेल उपस्थित पाया जाता है।

D. N. A

अगर डीएनए की बात करें तो प्रोकैरियोटिक सेल में यह एकल सूत्र के रूप में पाया जाता है और वही यूकैरियोटिक सेल में यह पूर्ण विकसित और दोहरी सूत्र के रूप में पाया जाता है।

कशाभिका

प्रोकैरियोटिक सेल मे केवल एक तंतु के रूप मे होते है तथा यूकैरियोटिक सेल मे कुल 11 तंतु होते हैं।

केंद्रिका

प्रोकैरियोटिक सेल में अनुपस्थित यूकैरियोटिक सेल में उपस्थित होता है।

सेंट्रीयोल

प्रोकैरियोटिक – अनुपस्थित
यूकैरियोटिक – उपस्थित।

श्वसन

प्रोकैरियोटिक सेल में प्लाज्मा झिल्ली द्वारा होता है और यूकैरियोटिक सेल में माइटोकांड्रिया द्वारा होता है।

लिंग प्रजनन

प्रोकैरियोटिक सेल मे यह नही पाया जाता है और यूकैरियोटिक सेल मे पाया जाता है।

प्रकाश संश्लेषण

प्रोकैरियोटिक सेल मे थायलेकाईड  मे होता है और यूकैरियोटिक सेल मे क्लोरोपलास्ट मे होता है।

कोशिका विभाजन

प्रोकैरियोटिक सेल में अर्धसूत्री प्रकार का होता है और यूकैरियोटिक सेल में अर्धसूत्री या समसूत्री दोनों प्रकार के हो सकते हैं।

सभी जीवधारियों में कोशिका(Biology Cells) एक मुख्य क्रिया निभाता है यह जीवन की एक सबसे छोटी क्रियात्मक और संरचनात्मक इकाई है इसके द्वारा ही जीवन के संरचना की उत्पत्ति होती है इसका शरीर के निर्माण में मुख्य भूमिका निभाता है अर्थात, जीवन की शुरुवात कोशिका (cell) से ही होती हैं।

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निष्कर्ष

इस आर्टिकल के माध्यम से हमें जन को मिला की कोशिका का निर्माण कैसे हुआ और इसकी प्रथम खोज किसने करी इसके द्वारा हमें जीवन की उत्पत्ति का आधार का पता चला और इसका हमारे जीवन में क्या उपयोगिता है, इसके बारे में हमे पूर्ण जानकारी मिली।

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